Chamba Pangi News: पांगी: जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी में 19 दिसंबर को चार आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए हुए साक्षात्कार में चयनित हुई एक आवेदिका ने ने अपने फर्जी इनकम सर्टिफिकेट लगाकर आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता की नौकरी हासिल की हुई है। आवेदिका के घर से सरकारी कर्मचारी होने के बादवजूद की सालाना इनकम 50 हजार बताई गई है। इस बात का खुलासा ग्राम पंचायत सेसू के प्रधान सुरेंद्र कुमार ने किया हुआ है । उन्होंने बताया कि उक्त मामले में चसग गांव निवासी पप्पू पुत्र कर्मजीत ने आरटीआई के माध्यम से अवधिका द्वारा लगाया गया फर्जी इनकम सर्टिफिकेट का खुलासा किया हुआ है ।
इनकम सर्टिफिकेट पूरी तरह से फर्जी
उन्होंने बताया कि आवेदिका द्वारा अपने इनकम सर्टिफिकेट में पूरी इनकम नहीं दर्शाई गई है। जहां आवेदिका के घर से सालाना इनकम तकरीबन 2 लाख के करीब है। लेकिन इनकम सर्टिफिकेट पर केवल ₹50000 दर्शी गई है। इनकम सर्टिफिकेट पर घर के सरकारी नौकरी करने वाले सदस्य का कोई जिक्र नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि इन पदों को गरीब व जिनकी सालाना आय 50000 के करीब है उनके लिए यह पद आरक्षित किया हुआ है। लेकिन उसके बावजूद भी फर्जी इनकम सर्टिफिकेट लगाकर नौकरी हासिल की हुई है। आरटीआई में खुलासा होने के बाद मामले की छानबीन एडीएम चंबा द्वारा की जा रही है।
क्या है पूरा मामला ।
19 दिसंबर को उप मंडल पांगी में चार आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए सहायिका व कार्यकर्ता का चयन किया गया। जिसमें चसग भटौरी से सुमित्रा कुमारी को कार्यकर्ता चसग भटौरी के लिए चयनित किया गया है। लेकिन जब पंचायत प्रधान द्वारा मामले की छानबीन की गई तो पता चला कि महिला द्वारा दिए गए इनकम सर्टिफिकेट पर अपने घर के उस सदस्य का कोई जिक्र नहीं किया हुआ है। जो सरकार कर्मचारी है। चयनित कार्यकर्ता के माता शिक्षा विभाग ने नौकरी करती है। लेकिन इनकम सर्टिफिकेट पर उनकी सैलरी का कोई जिक्र नहीं किया हुआ है। आवेदका ने पटवारी व तहसील कार्यालय पांगी से 50 हजार का फर्जी इनकम सर्टिफिकेट बनाकर इस नौकरी को हासिल किया हुआ है।