पंजाब विधानसभा चुनाव में AAP की बंपर जीत, मान ने बताया कहां होगा नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह
पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस के शासन को पीछे छोड़ते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है। सूबे में आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य के नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह नवांशहर जिले के खटकरकलां में होगा, जो महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह का पैतृक गांव है। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के लिए आज हो रही मतगणना के शुरुआती रुझानों में ‘आप’ 117 सीटों में से 91 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है और वह राज्य में अगली सरकार बनाते हुए दिखाई दे रही है।
शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में नहीं, बल्कि खटकर कलां में होगा
मान ने धूरी में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में नहीं, बल्कि खटकर कलां में होगा। तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी कार्यालय में मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं लगेगी, इसके बजाय भगत सिंह और डॉ. बी. आर. आंबेडकर की तस्वीरें लगाई जाएंगी। उन्होंने लोगों से एकजुट होकर काम करने की अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों ने ‘आप’ को वोट नहीं दिया, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार समाज के सभी वर्गों के लिए काम करेगी।
आप सरकार इन क्षेत्रों पर देगी ध्यान
मान ने कहा कि उनकी सरकार स्कूलों, स्वास्थ्य, उद्योग, कृषि को बेहतर बनाने, महिलाओं की सुरक्षा और खेल के बुनियादी ढांचे में सुधार पर ध्यान केन्द्रित करेंगी। उन्होंने कहा कि सभी गांवों में खेल ट्रैक और स्टेडियम बनाए जाएंगे। यूक्रेन में चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर रहे भारतीय छात्रों को निकालने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार हमारे अपने घर को व्यवस्थित करने के लिए काम करेगी।’’ उन्होंने पूछा, ‘‘लोग पढ़ने के लिए बाहर क्यों जाते हैं, हम सस्ती दरों पर सुविधाएं क्यों नहीं दे सकते।’’
पंजाब को धीरे-धीरे सही रास्ते पर लाया जाएगा
उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि पंजाब को धीरे-धीरे सही रास्ते पर लाया जाएगा और एक महीने के बाद बदलाव महसूस किया जायेगा। चुनाव प्रचार के दौरान आप नेताओं पर हमला करने के लिए विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अब 2.75 करोड़ पंजाबियों को सम्मान देना होगा। कांग्रेस की पिछली सरकार के कामकाज पर तंज कसते हुए, जब मंत्रियों को सप्ताह में दो दिन चंडीगढ़ में कार्यालयों में बैठने के लिए कहा गया था, उन्होंने कहा कि अब मंत्री आम आदमी की समस्याओं को सुनने के लिए सीमा, गांवों और सड़कों पर जाएंगे।