कश्मीर के नीचे खजाना दबा था पर खबर नहीं थी भारत को | Massive Lithium Reserves Found in Jammu Kashmir
पत्रिका डेस्क: | Massive Lithium Reserves Found in Jammu Kashmir: सालों से कश्मीर बैठा था देश के बेशकीमती खजाने पर असलियत जान कर आप भी हैरान हो जाओगे। कश्मीर दुनिया की जन्नत कहे जाने वाले इस प्रदेश में इस बार ऐसा खजाना खोजा गया है जो कि बेशकीमती है। अगर भारत इस खजाने को निकालने में कामयाब हो जाता है तो देश को आत्मनिर्भर होने से कोई नहीं रोक पाएगा। सोने के भंडारों से भी ज्यादा कीमती है ये धातु, आखिर क्या है ये धातु और इसके मिलने से क्यों? जम्मू कश्मीर के हालातों में बहुत बड़ा फर्क आने वाला है? जम्मू कश्मीर वैसे तो हमेशा ही सुर्खियों में रहता है कभी सियासी हलचल के लिए, कभी आतंकवाद के लिए, कभी इसकी खूबसूरत वादियो से सुर्खियों में ले आती है और जब से भारत सरकार ने यहाँ से धारा 370 हटाई है तब से तो दुनिया के कई देश भारत के विरोध में भी आ चूके है। आज एक बार फिर ये नाम अखबारों की हेडलाइन पर बन हुआ है।
Lithium Reserve Found In Jammu And Kashmir
लेकिन इस बार इसके सुर्खियों में आने की वजह कुछ अलग है और ये वजह है जी हाँ वही जो आपके मोबाइल फोन से लेकर आपके सोलर पैनल तक हर जगह बैटरी बनाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाने लगा है। अब आप कहेंगे कि भाई कश्मीर का और लिथियम का क्या कनेक्शन है? कनेक्शन तो बन गया है क्योंकि जम्मू कश्मीर में लीथियम का बहुत बड़ा भंडार मिला है जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले के एक छोटे से गांव में पांच दशमलव नौ मिलियन टन के लिथियम भंडार का पता लगा है। और यह खोज इसलिए भी बहुत खास है क्योंकि ये देश में लीथियम का पहला भंडार है। हमारे देश में किसी भी रूप में लीथियम नहीं पाया गया था जिसकी वजह से हमें दूसरे देशों से इंपोर्ट करना पड़ता था। अभी तक चीन और आॅस्ट्रेलिया से लीथियम का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर किया जाता है। क्योंकि चीन और आॅस्ट्रेलिया कामयाब हो गए थे अपने देश की मिट्टी में लीथियम के विशाल भंडार है।
Lithium deposits found in J&K:
अब भारत को भी लीथियम के लिए दूसरे देशों पर डिपेंड नहीं रहना पड़ेगा और उसके साथ ही भारत में ही हाई क्वालिटी की लीथियम बैटरी तैयार होने का रास्ता खुल जाएगा भारत हर साल लीथियम बैटरी आयात करता है दो हजार सोलह सत्रह में केंद्र सरकार को सत्रह करोड़ से ज्यादा लिथियम बैटरी इंपोर्ट करनी पड़ी थी और इन बैट्रियों की कीमत जानते हैं कितनी थी तीन सौ चौरासी मिलियन यूएस डॉलर यानी दो हजार आठ सौ अठारह करोड़ रुपये थी । साल दो हजार सत्रह अठारह में इकतीस दशमलव तीन करोड़ बैटरी आयात करने की जरूरत पड़ी जिनकी कीमत भारत को उस वक्त सात सौ सत्ताईस मिलियन डॉलर यानी की पांच हजार तीन सौ पैंतीस करोड़ रुपये साल अठारह उन्नीस में इकतीस दशमलव दो पांच करोड़ बैटरीज मंगवाई गई थी। जिसकी कीमत थी बारह सौ पचपन मिलियन डॉलर यानी नौ हजार दो सौ ग्यारह करोड़ रुपये साल दो हजार उन्नीस बीस में पैंतालीस करोड़ बैटरी मंगाई गई थी।
Big Find: 5.9 Million Tonnes Of Lithium Deposit In J&K
भारत सरकार की खुशी कई गुना बढ़ चुकी है। लिथियम की खोज जॉन आॅगस्ट अर फिट सर ने अठारह सौ सत्रह में की थी। लीथियम ग्रीक शब्द से मिलकर बना है जिसका मतलब होता है पत्थर जिसका एटॉमिक नंबर तीन होता है लकली मेटल है लिथियम को हम चाकू से काट सकते हैं ये दिखने में चांदी के रंग का होता है इसका इस्तेमाल बैटरी बनाने में किया जाता है वैसे आप मेरे को शायद ही कोई होगा ऐसा जिसने लिथियम आयन बैटरी का नाम ही ना सुना हो क्योंकि आज इस भी गैजेट्स खिलौने या कहे की इलेक्ट्रॉनिक आइटम में बैटरी का इस्तेमाल होता है। भारत इलेक्ट्रिक गाड़ियां और उन्हें एक स्पोर्ट करना चाहिए उनका निर्यात करना चाहेगा देश से बाहर दूसरे देशों में बेचना चाहेगा अपना बिजनेस बढ़ाना चाहेगा तो ये लीथियम भंडार है कि जम्मू कश्मीर में है।
Why discovery of Lithium reserves in Jammu and Kashmir
जम्मू कश्मीर की खूबसूरत जमीन के नीचे इतना बड़ा खजाना छिपा था जिसकी किसी को खबर तक नहीं थी अगर सही समय पर यहाँ के भंडार का पता चल गया होता तो शायद आज भारत का नाम चीन और आॅस्ट्रेलिया जैसे देशों के लिस्ट में होता और हम को एक्सपोर्ट करने से भारत का विदेशी मुद्रा भंडार कई गुना बढ़ गया होता। लेकिन शायद जम्मू कश्मीर के पिछले हालातों ने किसी को ये सोचने का मौका ही नहीं दिया यहाँ की जमीन के नीचे इतना बड़ा विशाल भंडार भी हो सकता है। जम्मू कश्मीर में भी हालात सामान्य हैं,
5.9 million tonnes Lithium deposits found in J&K
जिसका भी फायदा इस प्रोजेक्ट को मिलेगा और सरकार जल्द से जल्द यहाँ से माइनिंग का काम शुरू कर पाएगी पर भारत तो इस खोज से चीन और पाकिस्तान के भी होश तो जरूर गए होंगे लेकिन जहाँ पाकिस्तान कश्मीर पर कब्जा ना कर पाने का अफसोस मना रहा होगा, वहीं उसका पक्का वाला दोस्त चीन भारत को अपने लिए हम एक्सपोर्ट बिजनेस में सीन लगाता देखकर उसका भी खून चल रहा होगा क्योंकि अगर भारत ने ली थी पर शुरू किया तो इसका सीधा असर चीन के लीथियम एक्स्पोर्टस पर पड़ेगा और ये चीन के लिए काफी बड़ा हादसा हो सकता है