निर्यात तैयारी इंडेक्स-2022 में कौन राज्य अव्वल और कौन हैं फिसड्डी? जानें हर जरूरी सवाल के जवाब
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया नीति आयोग ने राज्यवार निर्यात तैयारी इंडेक्स-2022 (Export Preparedness Index-2022) का विवरण जारी किया है। इस इंडेक्स का उद्देश्य देश के विभिन्न राज्यों की निर्यात संबंधी स्थिति का मूल्यांकन करना है जिसमें उन्हें बेहतरीन निर्यात संसाधन और सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, क्रमशः तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, और हरियाणा प्रदर्शन के आधार पर पांच अव्वल राज्यों में शामिल हैं। ये राज्य सभी कटेगरीयों में अग्रणी हैं, जो नीति आयोग के लिए गर्व की बात है। उत्तर प्रदेश इंडेक्स में सातवें स्थान पर है।
इस रिपोर्ट का महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है कि विभिन्न राज्यों को उनके निर्यात से संबंधित स्थिति को मूल्यांकन करने और उन्हें समर्थन प्रदान करने के लिए आवश्यक उपायों को चिंतन करने में मदद करना है। इसके आधार पर नीति आयोग चाहती है कि राज्य अपने अंदरूनी सिस्टम में सुधार करें और निर्यात को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इस रिपोर्ट से प्राप्त तथ्यों के आधार पर नीति निर्माताओं को निर्देश और रणनीतियों का विकास करने में मदद मिलेगी।
किस राज्य का कौन सा रैंक?
हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड ने अपने सबसे बेहतरीन प्रदर्शन के साथ पहले स्थान प्राप्त किया है। छोटे राज्यों के बीच गोवा ने शीर्ष स्थान पर अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर और राजस्थान 13वें स्थान पर रहा है। झारखंड और बिहार क्रमशः 20वें और 22वें स्थान पर आते हैं। उत्तरोत्तर, 36वें और अंततः लक्षद्वीप 37वें स्थान पर रहा है। हिमालयी राज्यों में मिजोरम ने अंततः पायदान पर अपनी जगह बनाई है। केंद्र शासित राज्यों में दादर नागर हवेली, दमन और दीव ने भी अंततः पायदान पर अपना स्थान बनाया है।
इस रिपोर्ट का विवरण चार मुख्य अंशों पर आधारित है: निर्यात उपलब्धि, निर्यात के बुनियादी ढांचा, व्यापार का वातावरण, और पॉलिसी। यह रिपोर्ट नीति आयोग द्वारा तैयार की गई है, जिसमें इन चारों बिंदुओं के माध्यम से राज्यों की प्रदर्शन क्षमता का मूल्यांकन किया गया है। इंडेक्स राज्यों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, जो उन्हें उनके निर्यात क्षेत्र में सुधार करने के लिए नई दिशानिर्देश प्रदान करता है। यह रिपोर्ट वित्तीय वर्ष 2021-22 के आधार पर तैयार की गई है।
रिपोर्ट द्वारा ज्ञात हुआ है कि वे राज्य जो ओवर ऑल बेहतर प्रदर्शन किया हैं, उनमें सबसे बेहतरीन निर्यात संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन राज्यों ने एक ऐसा ईको सिस्टम विकसित किया है, जो उन्हें निर्यात में वृद्धि करने में मदद करता है। इंडेक्स राज्य सरकारों को सक्षम बनाता है जिससे वे अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधार सकते हैं और निर्यात बढ़ाने की दिशा में कदम उठा सकते हैं। इससे वे आने वाली हर बाधा को समझते हैं और उन्हें दूर करने के लिए नए रणनीतियों का उपयोग करते हैं।
रिपोर्ट का एक अहम अंश है कि घरेलू फार्मों की तुलना में निर्यातक फार्में अधिक उत्पादक होते हैं। इसका मतलब है कि जितना अधिक निर्यात होगा, उतने ही अधिक विदेशी मुद्रा देश में आएगी और इससे रुपया मजबूत होगा। निर्यात से अधिक आय आने से देश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और यह विकास की दिशा में बढ़त है। इससे उत्पादन और रोजगार के सम्बंध में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।