हिमाचल: पिता के देहांत के बाद भाई ने निभाई जिम्मेदारी, आज बनी सहायक प्रोफेसर
सिरमौर: हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (Himachal Pradesh Public Service Commission) द्वारा आज बुधवार को इतिहास विषय की परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित किया। जिसमें जिला सिरमौर स्थित गिरिपार शिलाई (Giripar Shilai located in Sirmaur) की एक बेटी ने सफलता हासिल की है। सिरमौर के गवाली पंचायत के घासन गांव की रहने वाली निर्मला चौहान ने सफलता हांसिल की हुई है। निर्मला अपनी सफलता का मुख्य कारण अपने भाई को बताती है। इससे पहले भी निर्मला ने दो सरकारी महकमों में नौकरी हासिल की थी। बावजूद इसके निर्मला के भाई की जिद्द थी कि उसकी बहन एक बड़ी शिक्षिका बनें। निर्मला के पिता का देहांत हो चुका है, जिसके बाद निर्मला के भाई ने अपनी बहन को सफल बनाने की जिम्मेदारी उठाई।
एक गरीब परिवार होने के चलते निर्मला के भाई बृज मोहन ने बहुत मेहनत कर अपनी बहन को इस मुकाम पर पहुंचा कर अपने पिता का सपना पूरा किया। बृज मोहन ने न केवल एक भाई का फर्ज अदा किया बल्कि बहन को पिता की कमी कभी महसूस न हो इसका भी विशेष खयाल रखा। बता दें, निर्मला इतनी प्रतिभाशाली है कि इतिहास विषय में ये हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में स्वर्ण पदक भीहासिल कर चुकी हैं।
अक्सर आप देखते हैं अभी कोई व्यक्ति सफल होता है तो उसका कारण अपने गुरुजनों को बताता है लेकिन आज हम हिमाचल प्रदेश के एक ऐसी बेटी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा इतिहास विषय का परिणाम घोषित करने के बाद सहायक प्रोफेसर बनी हुई है। इस बेटी ने अपनी सफलता का मुख्य कारण अपने भाई को बताया हुआ है देव भूमि हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के सिलाई क्षेत्र की रहने वाली निर्मला चौहान बताती है
कि पिता के देहांत के बाद उनकी जिम्मेवारी उनके भाई पर आ गई लेकिन भाई ने अपनी बहन को पढ़ाने से इनकार कभी नहीं किया बल्कि कर्जा लेकर अपनी बहन को आज बड़ी मुकाम पर पहुंचाया हुआ है। बताया जा रहा है कि निर्मला चौहान इससे पहले भी दो सरकारी नौकरियां छोड़ चुकी है लेकिन निर्मला चौहान का जो सपना था कि उसे एक शिक्षिका बनना है जो आज सफल हो चुकी है।