आईआईटी मंडी द्वारा स्थपित किया अरली वार्निंग सिस्टम, भूस्खलन से पहले देगा चेतावनी
किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में लगातार भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो रही है। वहीं कई बडे हादसों को न्योते मिल रहे है। बीते वर्ष निगुलसरी में भूस्खलन के कारण बड़ी तबाही हुई थी। इसके बाद आईआईटी मंडी द्वारा लैंडस्लाइड को लेकर अरली वार्निंग सिस्टम स्थापित किया गया था। जानकारी मिली है कि मंगलवार को इस सिस्टम ने लैंडस्लाइड की चेतावनी दी है। अलार्म बजने से प्रशासन हरकत में आया है।
निचार की एसडीएम विमला कश्यप ने नेशनल हाईवे-5 के दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह से रोक दिया है। प्रशासन ने कहा कि आईआईटी मंडी द्वारा भी खतरे की चेतावनी जारी की गई है। गौरतलब है कि सोमवार को किन्नौर जनपद के शालखाल में बादल फटने की घटना से काफी तबाही हुई है। आईपीएच की कूहल के अलावा गांव के बस स्टैंड पर बाढ़ आने से गाड़ियां दब गई हैं। बारिश की तीव्रता इस कद्र थी कि घरों की छतों से पानी टपकना शुरू हो गया। घरों में घुसे पानी के कारण लोगों के राशन व बिस्तर भी चपेट में आ गए।